बोतल हाथ में लिए
मस्त चाल में चलता
अनजानी सी बातें करता
अजनबी सवालों के जवाब ढूंढता
कभी मुस्कुराता कभी झल्लाता
तुम यह मत समझना......
.....नशे में चूर...दुनिया से बेखबर...मदहोश हैं वो.....
...नजर सब पर हैं उसकी.....बस जिंदगी को पढ़ कर.......खामोश हैं वो.......
बहुत सुन्दर और सच बात है ।
जवाब देंहटाएंजिंदगी की किताब पढ़ने के बाद भी कुछ ऐसी ही मस्ती छाती है जो शराब पीने के बाद आती है .... ग़ज़ब का लिखा है ...
जवाब देंहटाएंचल फकीरा ..चल चला चल..
जवाब देंहटाएंHe bhai...kamal ka likhten hain aap..dil ko chhu gai.
जवाब देंहटाएंbahut achha likhte hain aap
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